टीनएज में हमारी बॉडी में बाहरी और आंतरिक बदलाव आते है जो कि टीनएज मे अक्सर देखने को मिलते है जिनमे कुछ हॉर्मोन में बदलाव होते है और कुछ बॉडी में जिनसे अधिकतर टीनएज बॉयज किसी से इस विषय पे बात करने में शर्माते है लेकिन इसमाद शर्माने वाली कोई बात नही है इसपे दोस्तो और परिवार में खुल केबात की जा सकती है और यदि कुछ समझ नही आये तो डॉक्टर से या अपने स्कूल टीचर से खुल कर सारी बात कर सकते है। इस उम्र में अक्सर चेहरे पर कील-मुहांसे सहित कई त्वचे से संबंधित समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ज्यादातर टीनेज लड़के आउटडोर एक्टिविटी में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में उनकी त्वचा सूरज की रोशनी और बाहर के प्रदूषण की चपेट में आ जाती है। जब आपके शरीर में बदलाव हो रहा हो तो उस समय त्वचा पर होने वाले बदलाव पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए और नियमित रूप से सलाह भी लेनी चाहिए।
टीनेज लड़के का विकास तेजी से होता है, जिससे उन्हें ज्यादा पौष्टिक तत्व की जरूरत होती है। टीनेज होने के नाते आपको ज्यादा मात्रा में विटामिन, प्रोटीन और जरूरी फैट लेने पड़ते हैं। शरीर के ग्रोथ हार्मोन के लिए हमें इन चीजों की आवश्यकता होती है। अगर खानपान में किसी भी तरह की कोई कमी होती है, तो शरीर कई बीमारियों की चपेट में आ जाता है। त्वचा से जुड़ी समस्या भी इन्हीं में से एक है। टीनेज लड़कों में त्वचा से जुड़ी समस्या में सबसे सामान्य है कील-मुहांसों का निकलना। चूंकि आप दिन भर तरह-तरह के खेलों में व्यस्त रहते हैं, इसलिए आपको पसीने की भरपाई के लिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए।
ऐसा नहीं कि टीनेज की त्वचा में होने वाला हर बदलाव एक समस्या है। इनमें से कुछ बदलाव प्राकृतिक भी होते हैं। टीनेज लड़कों शरीर में हार्मोन से जुड़े बदलाव बड़े पैमाने पर होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लें। कई बार त्वचा पर होने वाले ददोरा और दूसरे निशान एलजिर्क रिएक्शन के कारण भी होते हैं। अपनी त्वचा को स्वस्थ और सुंदर रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप पौष्टिक आहार लें और फिटनेस पर ध्यान दें।
अपने स्किन को जानें
किसी भी तरह का स्किन केयर प्रोडक्ट को प्रयोग में लेने से पहले हाथ पर या छोटे हिस्से में लग लटकी पता चल जाये कि जो प्रोडक्ट यूज़ लेने वाले है वो आपकी स्किन के लिए है या नही या घरेलू उपचार से पहले यह जरूर जान लें कि आपकी त्वचा किस प्रकार की है। अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो इसे साधारण साबुन से ही साफ करें। त्वचा पर जमे तेल और गंदगी को हटाने के लिए डीप क्लेंजर से स्क्रब करें। या अच्छे मेन्स फेसवाश से क्लीन किया जा सकता है।
त्वचा पर एसपीएफ लगाएं:
स्किन को धूप से बचाने के लिये एसपीएफ क्रीम का यूज़ किया जाए तो खतरनाक यूवी से बचाता है।
ज्यादा पानी पीएं:
टीनेज लड़के अपने व्यस्त दिनचर्या में पानी पीने को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं। वास्तव में पानी सबसे शक्तिशाली प्राकृतिक डिटॉक्सीफाइंग एजेंट है, जिसे अधिकतर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। अपको अपने पसीने की भरपाई के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। इससे शरीर और त्वचा में मौजूद गंदगी भी बाहर आ जाएगी।
मुहांसे को सावधानी से फोड़ें
ज्यादातर टीनेज को ब्रेकआउट का सामना नियमित रूप से करना पड़ता है। कई बार तमाम दवाइयों के बावजूद भी इन कष्टदायक मुहांसों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। जब आप इसे फोड़ने के बारे में सोचें तो इसके बाद होने वाली जलन और निशान से बचने के लिए सावधानी बरतें। ऐसा करते समय जरूरी है कि आपका हाथ साफ हो। साथ ही उस जगह को क्लेंजर से साफ भी जरूर कर लें। लेकिन हमारी माने तो पिम्पल्स को कभी फोड़ना नही चाहिए।
एक्सफोलीएटिंग मास्क और फ्रूट फेसियल:
टीनेज लड़कों के लिए फेसियल मास्क और फ्रुट स्क्रब बेहद जरूरी है। इसके लिए पपीता, संतरे का छिलका या रस, ऐवकाडो, पाइनएप्पल, स्ट्रॉबेरी आदि फलों का इस्तेमाल करें। इसके साथ-साथ त्वचा को तरोताजा दिखाने और डिटॉक्स के लिए शहद को भी प्रयोग में लाएं। और एलोवेरा जेल भी यूज़ कर सकते है।
खानपान:
अपनी त्वचा को सुंदर और स्वस्थ बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। जहां तक हो सके ऑयली फूड खाने से बचें। पिट्जा और बर्गर खाने के बजाए अपने आहार में साग-सब्जी, फल, नट्स, ग्रेंस आदि को शामिल करें। त्वचा को प्राकृतिक रूप से साफ करने और खूबसूरत बनाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप फल, नट्स और ऐवकाडो, डार्क बेरी, अंगूर व बीटरूट का सेवन करें।
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